जौनपुर: मौनी अमावस्या पर श्रद्धालुओं ने किया स्नान-दान

जौनपुर: मौनी अमावस्या पर श्रद्धालुओं ने किया स्नान-दान


मौनी अमावस्या पर्व पर शुक्रवार को श्रद्धालुओं ने आदिगंगा गोमती में स्नान कर मंदिरों में पूजन अर्चन किया। जबकि बहुत से श्रद्धालु संगम पर स्नान करने प्रयागराज गए हुए हैं। अमावस्या पर्व पर जगह जगह श्रीराम चरित मानस पाठ व भजन कीर्तन का आयोजन हुआ।


शहर में आदिगंगा गोमती के हनुमान घाट, विसर्जन घाट, गोपीघाट, सूरजघाट, गोकुल घाट, गूलरघाट, अचला देवी घाट पर श्रद्धालुओं ने स्नान कर पूजन अर्चन किया।


मौनी अमावस्या पर स्नान करके श्रद्धालुओं ने घाट पर संकल्प लेकर दान पुण्य किया। घर जाकर ब्राह्मणों को भोजन भी कराया। बहुत से लोगों ने स्नान के बाद गोदान भी किया।


शास्त्रों के अनुसार माघ मास में प्रमुख तीर्थो में विशेष रूप से प्रयागराज त्रिवेणी में गंगा स्नान से विशेष फल की प्राप्ति होती है। भविष्यपुराण के अनुसार इस मास में सूर्योदय से पूर्व स्नान करने से सभी पातक दूर हो जाते है। ज्योतिष व वास्तु विशेषज्ञ ड.टीपी त्रिपाठी का कहना है कि अमावस्या ऐसी तिथि है जब सूर्य और चन्द्रमा एक सीध में होते हंै। इसलिये इस दिन किया गया स्नान, दान व पूजा-व्रतादि विशेष फल देते हैं। नारद पुराण के अनुसार इस दिन पार्वण विधि से श्राद्ध, दान, ब्राह्मण भोजन, गोदान को अत्यन्त पुण्यदायी कहा गया है।


नहीं चलाई गई मेला स्पेशल ट्रेन


जौनपुर। इस वर्ष मौनी अमावस्या पर प्रयागराज स्थित संगम पर त्रिवेणी स्नान करने जाने वाले श्रद्धालुओं का ध्यान रेल महकमे ने नहीं रखा। मेला स्पेशल ट्रेन नहीं चलने से स्नानार्थियों को परेशानी उठानी पड़ी। एक मात्र एजे पैसेन्जर ही यात्रियों का सहारा बनी। जबकि हर साल माघ मेला हो या कुम्भ स्नान, मेला स्पेशल ट्रेन चलायी जाती थी। इस सम्बंध में जौनपुर जंक्शन के स्टेशन अधीक्षक वीपी सिंह ने बताया कि अभी बसंत पंचमी का स्नान बाकी है। तब तक मेला स्पेशल चलाए जाने की संभावना है। उन्होंने बताया कि शुक्रवार की शाम को प्रयागराज से चलकर एक मेला स्पेशल ट्रेन स्नानार्थियों को लेकर आएगी जो रातभर जंक्शन पर रुकने के बाद सुबह प्रयागराज के लिए रवाना होगी।